🢀
खाटू श्याम मेले में श्री श्याम की अनंत महिमा के दर्शन करते भक्त
श्री श्याम की अनंत महिमा एक दिव्य गाथा

श्री श्याम की अनंत महिमा एक दिव्य गाथा

एक दिव्य गाथा, अटूट श्रद्धा

राजस्थान की पवित्र भूमि, जहाँ भक्ति और आस्था कण-कण में रची बसी है, वहाँ एक ऐसा दिव्य धाम है जो लाखों भक्तों के हृदय में अद्वितीय स्थान रखता है – खाटू श्याम जी का मंदिर। यह मंदिर, भगवान श्री कृष्ण के कलियुगी अवतार, बाबा श्याम को समर्पित है। उनकी महिमा अपरंपार है, उनकी लीलाएं अनंत हैं और उनकी कृपा भक्तों पर सदैव बरसती रहती है। “श्री श्याम की अनंत महिमा” शीर्षक के अंतर्गत, हम बाबा श्याम के इसी दिव्य स्वरूप, उनकी कथाओं, उनकी महिमा और उनके प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा को शब्दों में पिरोने का एक विनम्र प्रयास करेंगे।

खाटू श्याम: एक परिचय

खाटू श्याम जी, महाभारत के वीर योद्धा भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक का ही कलयुगी स्वरूप हैं। अपनी अद्भुत शक्ति और त्याग के कारण उन्होंने भगवान श्री कृष्ण से वरदान प्राप्त किया कि वे कलयुग में उनके नाम से पूजे जाएंगे और भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करेंगे। खाटू नामक स्थान पर उनका भव्य मंदिर स्थित है, जो वर्ष भर भक्तों से भरा रहता है। यहाँ आने वाले हर भक्त के मन में बाबा श्याम के दर्शन मात्र से एक अद्भुत शांति और विश्वास का संचार होता है।

बर्बरीक: त्याग और समर्पण की अद्वितीय गाथा

बर्बरीक एक असाधारण योद्धा थे। बचपन से ही उन्होंने अपनी वीरता और पराक्रम का परिचय दिया था। जब महाभारत का युद्ध होने वाला था, तो उन्होंने अपनी माता अहिल्यावती से वचन दिया कि वे उस पक्ष का साथ देंगे जो निर्बल होगा। उनके पास तीन अमोघ बाण थे, जिनमें इतनी शक्ति थी कि वे पल भर में पूरे युद्ध को समाप्त कर सकते थे।

जब भगवान श्री कृष्ण ने बर्बरीक के इस संकल्प के बारे में सुना, तो वे चिंतित हो गए। यदि बर्बरीक निर्बल पक्ष का साथ देते, तो हर पल पक्ष बदलता रहता और अंततः विनाश ही होता। इसलिए, भगवान कृष्ण ने एक ब्राह्मण का वेश धारण कर बर्बरीक से दान में उनका शीश मांग लिया।

बर्बरीक क्षण भर भी नहीं हिचकिचाए और उन्होंने हँसते-हँसते अपना शीश दान कर दिया। उनके इस महान त्याग और समर्पण को देखकर भगवान कृष्ण अत्यंत प्रसन्न हुए और उन्होंने उन्हें वरदान दिया कि कलयुग में वे ‘श्याम’ नाम से पूजे जाएंगे और हारे हुए का सहारा बनेंगे। इसी कारण बाबा श्याम को ‘हारे का सहारा’ भी कहा जाता है।

खाटू धाम: आस्था का केंद्र

खाटू धाम सिर्फ एक मंदिर नहीं, बल्कि करोड़ों भक्तों की आस्था का केंद्र है। यहाँ हर साल फाल्गुन माह में विशाल मेला लगता है, जिसमें देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु बाबा श्याम के दर्शन के लिए आते हैं। भक्तों की लंबी-लंबी कतारें, उनके मुख से निकलते ‘जय श्री श्याम’ के जयकारे और बाबा के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा का दृश्य अद्भुत और अविस्मरणीय होता है।

मंदिर का वातावरण भक्तिमय और शांत होता है। बाबा श्याम की मनमोहक मूर्ति काले पत्थर से बनी है और उनका श्रृंगार अत्यंत आकर्षक होता है। भक्त अपनी मनोकामनाएं लेकर आते हैं और बाबा के चरणों में अपना शीश झुकाते हैं। यह माना जाता है कि बाबा श्याम अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करते हैं, चाहे वह कितनी भी कठिन क्यों न हो।

बाबा श्याम की महिमा के अनगिनत किस्से

बाबा श्याम की महिमा के अनगिनत किस्से प्रचलित हैं। भक्त अपनी आपबीती सुनाते हैं, जिनमें बाबा श्याम ने किसी न किसी रूप में उनकी सहायता की होती है। किसी को व्यापार में सफलता मिली, किसी को संतान सुख प्राप्त हुआ, तो किसी के गंभीर रोग दूर हो गए। ये किस्से बाबा श्याम के प्रति भक्तों के विश्वास को और भी दृढ़ करते हैं।

एक प्रसिद्ध कहानी के अनुसार, एक गरीब भक्त बाबा श्याम के दर्शन के लिए खाटू आया। उसके पास मंदिर में चढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं था। वह निराश होकर मंदिर के बाहर बैठ गया। तभी एक सेठ वहाँ से गुजरा और उसने उस भक्त की गरीबी देखकर उसे कुछ पैसे दिए। भक्त ने उन पैसों से फूल खरीदे और बाबा श्याम को अर्पित किए। उस दिन से उस भक्त के जीवन में खुशहाली आ गई। यह माना जाता है कि वह सेठ स्वयं बाबा श्याम ही थे, जो अपने भक्त की परीक्षा ले रहे थे।

एक और कहानी में बताया जाता है कि एक নিঃসन्तान दंपत्ति वर्षों से संतान प्राप्ति के लिए तरस रहा था। उन्होंने खाटू आकर बाबा श्याम से प्रार्थना की और उन्हें जल्द ही संतान सुख प्राप्त हुआ। ऐसे अनगिनत उदाहरण हैं जो बाबा श्याम की कृपा और महिमा को दर्शाते हैं।

बाबा श्याम की पूजा और अर्चना

बाबा श्याम की पूजा और अर्चना का विशेष महत्व है। भक्त उन्हें फूल, माला, इत्र और विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित करते हैं। बाबा श्याम को खीर, चूरमा और लड्डू विशेष रूप से प्रिय हैं। भक्त भजन-कीर्तन करते हैं और बाबा श्याम के नाम का जाप करते हैं।

खाटू श्याम मंदिर में प्रतिदिन कई आरतियां होती हैं, जिनमें भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। बाबा श्याम की आरती का दृश्य अत्यंत मनमोहक होता है। भक्त भावविभोर होकर गाते हैं और नृत्य करते हैं। यह माना जाता है कि आरती में शामिल होने से भक्तों के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।

बाबा श्याम के दिव्य मंत्र और जाप

बाबा श्याम के कुछ विशेष मंत्र और जाप हैं जिनका नियमित रूप से पाठ करने से भक्तों को विशेष लाभ प्राप्त होता है। इनमें सबसे प्रमुख मंत्र है:

“ॐ श्री श्याम देवाय नमः”

इस मंत्र का जाप करने से मन को शांति मिलती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। इसके अलावा, भक्त बाबा श्याम के भजनों और कीर्तनों का भी गायन करते हैं, जो उन्हें बाबा के और करीब ले जाते हैं।

बाबा श्याम और सामाजिक समरसता

खाटू श्याम जी का मंदिर सामाजिक समरसता का भी प्रतीक है। यहाँ हर जाति और धर्म के लोग समान भाव से आते हैं और बाबा श्याम की भक्ति में लीन हो जाते हैं। मंदिर परिसर में सभी के लिए समान व्यवस्थाएं हैं और किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है। यह बाबा श्याम की शिक्षाओं का ही प्रभाव है कि उनके दरबार में सभी भक्त एक समान हैं।

खाटू श्याम: एक प्रेरणा स्रोत

बाबा श्याम का जीवन और उनकी कथाएं हमें त्याग, समर्पण, और अटूट विश्वास की प्रेरणा देती हैं। उनका यह संदेश कि ‘हारे का सहारा’ बनकर दूसरों की मदद करना ही सच्ची भक्ति है, आज भी प्रासंगिक है। बाबा श्याम के भक्त अपने जीवन में उनके आदर्शों का पालन करने का प्रयास करते हैं और दूसरों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं।

खाटू श्याम की यात्रा: कुछ महत्वपूर्ण बातें

यदि आप भी खाटू श्याम जी के दर्शन के लिए जाने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:

  • सही समय का चुनाव: फाल्गुन मेले के दौरान यहाँ बहुत भीड़ होती है। यदि आप शांति से दर्शन करना चाहते हैं, तो मेले के अलावा किसी अन्य समय पर जाएं।
  • आवास की व्यवस्था: खाटू में भक्तों के लिए अनेक धर्मशालाएं और होटल उपलब्ध हैं। अपनी यात्रा से पहले आवास की व्यवस्था कर लेना बेहतर होगा।
  • दर्शन की प्रक्रिया: मंदिर में दर्शन के लिए लंबी कतारें लगती हैं। धैर्य रखें और शांतिपूर्वक अपनी बारी का इंतजार करें।
  • सुरक्षा का ध्यान: भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में अपने सामान का ध्यान रखें।
  • मंदिर के नियम: मंदिर के नियमों का पालन करें और परिसर की स्वच्छता बनाए रखें।

खाटू श्याम: भविष्य की ओर

खाटू श्याम जी के प्रति भक्तों की आस्था दिनोंदिन बढ़ती जा रही है। यह दिव्य धाम न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी अपनी पहचान बना चुका है। हर साल लाखों भक्त यहाँ आते हैं और बाबा श्याम की कृपा प्राप्त करते हैं। यह विश्वास अटूट है कि बाबा श्याम हमेशा अपने भक्तों के साथ हैं और उनकी हर मनोकामना पूरी करते हैं।

श्री श्याम की अनंत महिमा

श्री श्याम की महिमा सचमुच अनंत है। उनकी कथाएं हमें धर्म, न्याय, त्याग और समर्पण का पाठ पढ़ाती हैं। उनका दिव्य स्वरूप भक्तों के हृदय में आशा और विश्वास का संचार करता है। खाटू धाम एक ऐसा पवित्र स्थान है जहाँ आकर हर भक्त को शांति और सुकून मिलता है। बाबा श्याम ‘हारे का सहारा’ हैं और उनकी कृपा सदैव अपने भक्तों पर बरसती रहती है। उनकी अनंत महिमा का गुणगान युगों-युगों तक होता रहेगा।

श्री श्याम के विभिन्न स्वरूप और उनका महत्व

बाबा श्याम को विभिन्न स्वरूपों में पूजा जाता है, और प्रत्येक स्वरूप का अपना विशेष महत्व है। उनकी मुख्य मूर्ति खाटू मंदिर में स्थापित है, जो काले पत्थर से बनी है और अत्यंत आकर्षक है। इस मूर्ति में बाबा श्याम को धनुष और बाण धारण किए हुए दर्शाया गया है, जो उनके वीर योद्धा स्वरूप को दर्शाता है।

इसके अलावा, भक्त बाबा श्याम को लड्डू गोपाल के रूप में भी पूजते हैं, जो भगवान कृष्ण का बाल स्वरूप है। कई घरों और मंदिरों में बाबा श्याम की छोटी मूर्तियां स्थापित की जाती हैं, जिनकी नियमित रूप से पूजा अर्चना की जाती है।

बाबा श्याम के कुछ विशेष चित्र भी भक्तों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं, जिनमें उन्हें विभिन्न मुद्राओं में दर्शाया गया है। इन चित्रों को घरों और व्यापारिक प्रतिष्ठानों में लगाया जाता है, और यह माना जाता है कि इनसे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है और सुख-समृद्धि आती है।

बाबा श्याम के प्रिय भोग और उनका महत्व

बाबा श्याम को विभिन्न प्रकार के भोग अर्पित किए जाते हैं, लेकिन कुछ भोग उन्हें विशेष रूप से प्रिय हैं। इनमें सबसे प्रमुख हैं:

  • खीर: खीर एक मीठा व्यंजन है जो दूध, चावल और चीनी से बनता है। इसे शुद्धता और प्रेम का प्रतीक माना जाता है। बाबा श्याम को खीर का भोग लगाने से भक्तों के जीवन में मधुरता आती है।
  • चूरमा: चूरमा राजस्थान का एक पारंपरिक व्यंजन है जो गेहूं के आटे, घी और चीनी से बनता है। यह शक्ति और समृद्धि का प्रतीक है। बाबा श्याम को चूरमा का भोग लगाने से भक्तों को बल और वैभव प्राप्त होता है।
  • लड्डू: लड्डू एक लोकप्रिय मिठाई है जो बेसन या बूंदी से बनती है। यह प्रसन्नता और शुभता का प्रतीक है। बाबा श्याम को लड्डू का भोग लगाने से भक्तों के जीवन में खुशियां आती हैं।
  • पेड़ा: पेड़ा दूध से बनी एक स्वादिष्ट मिठाई है। यह शांति और संतोष का प्रतीक है। बाबा श्याम को पेड़ा का भोग लगाने से भक्तों को मानसिक शांति मिलती है।
  • मेवे: बाबा श्याम को विभिन्न प्रकार के सूखे मेवे भी अर्पित किए जाते हैं, जो पौष्टिकता और समृद्धि का प्रतीक हैं।

भक्त अपनी श्रद्धा और सामर्थ्य के अनुसार बाबा श्याम को विभिन्न प्रकार के फल, फूल और मिठाइयां भी अर्पित करते हैं। यह माना जाता है कि बाबा श्याम अपने भक्तों के प्रेम और भक्ति को स्वीकार करते हैं, चाहे वह किसी भी रूप में हो।

बाबा श्याम के प्रसिद्ध भजन और उनका महत्व

बाबा श्याम के भक्तों द्वारा गाए जाने वाले अनगिनत भजन हैं, जो उनकी महिमा और कृपा का गुणगान करते हैं। इन भजनों में बाबा श्याम के विभिन्न नामों, उनकी लीलाओं और उनके प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा का वर्णन होता है। कुछ प्रसिद्ध भजन इस प्रकार हैं:

  • “मेरा आपकी कृपा से सब काम हो रहा है”: यह भजन बाबा श्याम के प्रति पूर्ण समर्पण और निर्भरता को दर्शाता है। भक्त यह मानते हैं कि उनकी कृपा से ही उनके सभी कार्य सफल होते हैं।
  • “हारे का सहारा बाबा श्याम हमारा”: यह भजन बाबा श्याम के उस वरदान को याद दिलाता है कि वे हमेशा असहायों और पीड़ितों की मदद करते हैं।
  • “खाटू वाले श्याम धणी तेरी जय हो”: यह भजन बाबा श्याम की महिमा और उनके दिव्य स्वरूप की जयकार करता है।
  • “जब तक सांस चलेगी मुझको तेरा ही सहारा”: यह भजन बाबा श्याम के प्रति भक्तों के अटूट विश्वास और आजीवन उनके आश्रय में रहने की इच्छा को व्यक्त करता है।
  • “लेके चलो पालकी सजा के”: यह भजन बाबा श्याम के भक्तों द्वारा उनकी पालकी यात्रा के दौरान गाया जाता है और उनके प्रति प्रेम और उत्साह को दर्शाता है।

इन भजनों का गायन भक्तों को बाबा श्याम के और करीब ले जाता है और उन्हें आध्यात्मिक शांति का अनुभव कराता है। कई भक्त नियमित रूप से बाबा श्याम के भजनों का कीर्तन करते हैं और उनकी भक्ति में लीन रहते हैं।

खाटू श्याम मंदिर की वास्तुकला और उसका महत्व

खाटू श्याम मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी शैली में बनी हुई है और यह अपनी सुंदरता और भव्यता के लिए जानी जाती है। मंदिर का शिखर सोने से मंडित है और दूर से ही चमकता हुआ दिखाई देता है। मंदिर के गर्भगृह में बाबा श्याम की मनमोहक मूर्ति स्थापित है।

मंदिर परिसर में विभिन्न मंडप और सभा भवन बने हुए हैं, जहाँ भक्त भजन-कीर्तन और प्रार्थना करते हैं। मंदिर की दीवारों पर सुंदर चित्र और नक्काशी की गई है, जो भगवान कृष्ण और बाबा श्याम की लीलाओं को दर्शाती हैं।

मंदिर का मुख्य द्वार बहुत विशाल और कलात्मक है, और इसके दोनों ओर सुंदर मूर्तियां स्थापित हैं। मंदिर परिसर में एक पवित्र कुंड भी है, जिसके बारे में यह मान्यता है कि इसमें स्नान करने से भक्तों के सभी पाप धुल जाते हैं।

खाटू श्याम मंदिर की वास्तुकला न केवल कलात्मक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भक्तों की आस्था और श्रद्धा का भी प्रतीक है। मंदिर का हर कोना पवित्र और दिव्य ऊर्जा से परिपूर्ण महसूस होता है।

खाटू और उसके आसपास के दर्शनीय स्थल

खाटू एक छोटा सा कस्बा है, लेकिन बाबा श्याम के मंदिर के कारण यह एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल बन गया है। खाटू के आसपास भी कुछ दर्शनीय स्थल हैं, जिनका भक्त अपनी यात्रा के दौरान भ्रमण कर सकते हैं:

  • श्याम कुंड: यह मंदिर के पास स्थित एक पवित्र कुंड है, जिसके बारे में मान्यता है कि बर्बरीक ने इसी कुंड में अपना शीश दान किया था। भक्त इस कुंड में स्नान करते हैं और इसे पवित्र मानते हैं।
  • गौशाला: मंदिर परिसर में एक गौशाला भी है, जहाँ अनेक गायों की सेवा की जाती है। भक्त यहाँ गायों को चारा खिलाते हैं और दान करते हैं।
  • अहिल्यावती मंदिर: खाटू से कुछ दूरी पर बर्बरीक की माता अहिल्यावती का मंदिर स्थित है। भक्त इस मंदिर के भी दर्शन करते हैं और माता अहिल्यावती का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
  • जीण माता मंदिर: खाटू के पास स्थित यह मंदिर भी एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है और बड़ी संख्या में भक्त यहाँ दर्शन के लिए आते हैं।

इन स्थलों के दर्शन से भक्तों को आध्यात्मिक शांति और संतोष मिलता है और उनकी यात्रा और भी सार्थक हो जाती है।

बाबा श्याम से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण कथाएं

बाबा श्याम से जुड़ी कई अन्य महत्वपूर्ण कथाएं भी प्रचलित हैं, जो उनकी महिमा और भक्तों के प्रति उनके प्रेम को दर्शाती हैं। एक कथा के अनुसार, एक बार एक गरीब महिला अपने बीमार बच्चे को लेकर खाटू आई। उसके पास बाबा श्याम को चढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं था, सिवाय कुछ आँसुओं के। उसने रोते हुए बाबा श्याम से अपने बच्चे की जान बचाने की प्रार्थना की। बाबा श्याम ने उसकी प्रार्थना सुनी और उसका बच्चा स्वस्थ हो गया।

एक और कथा में बताया जाता है कि एक व्यापारी बाबा श्याम का बहुत बड़ा भक्त था। एक बार उसे व्यापार में भारी नुकसान हुआ और वह कर्ज में डूब गया। उसने निराश होकर बाबा श्याम से प्रार्थना की। बाबा श्याम ने उसकी मदद की और धीरे-धीरे उसका सारा कर्ज उतर गया और उसका व्यापार फिर से चल पड़ा।

ये कथाएं बाबा श्याम के प्रति भक्तों के विश्वास को और भी मजबूत करती हैं और यह दर्शाती हैं कि बाबा श्याम हमेशा अपने भक्तों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं।

आधुनिक युग में बाबा श्याम की प्रासंगिकता

आज के आधुनिक युग में, जब लोग तनाव और अनिश्चितताओं से घिरे हुए हैं, बाबा श्याम की भक्ति उन्हें शांति और आशा प्रदान करती है। उनका संदेश ‘हारे का सहारा’ बनकर दूसरों की मदद करना आज भी उतना ही प्रासंगिक है जितना पहले था। बाबा श्याम की शिक्षाएं हमें त्याग, समर्पण, और अटूट विश्वास के महत्व को समझाती हैं और हमें एक बेहतर इंसान बनने के लिए प्रेरित करती हैं।

इंटरनेट और सोशल मीडिया के माध्यम से बाबा श्याम की महिमा और भी दूर-दूर तक फैल रही है। ऑनलाइन दर्शन, भजन और कथाओं के माध्यम से विश्व भर के भक्त बाबा श्याम से जुड़े हुए हैं। यह दर्शाता है कि बाबा श्याम की कृपा और उनका आशीर्वाद हर युग में भक्तों के साथ है।

उनका प्रेम और उनका आशीर्वाद

श्री श्याम की अनंत महिमा का वर्णन करना शब्दों में संभव नहीं है। उनकी कृपा, उनका प्रेम और उनका आशीर्वाद हर भक्त ने किसी न किसी रूप में अनुभव किया है। खाटू धाम न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि यह एक ऐसा दिव्य ऊर्जा केंद्र है जहाँ आकर हर भक्त को शांति, शक्ति और प्रेरणा मिलती है। बाबा श्याम वास्तव में ‘हारे का सहारा’ हैं और उनकी महिमा युगों-युगों तक गाई जाती रहेगी। उनके प्रति हमारी श्रद्धा अटूट है और हमेशा बनी रहेगी।

जय श्री श्याम!

Khatu ShyamKhatu Shyam JiKhatu Shyam BabaKhatu Shyam MandirKhatu DhamKhatu Shyam BhajanKhatu Shyam StatusKhatu Shyam Ji DarshanKhatu Shyam Temple RajasthanKhatu Shyam Ji Temple TimingKhatu Shyam Ji HistoryKhatu Shyam Ji PhotosKhatu Shyam MelaKhatu Shyam Ji Live DarshanKhatu Shyam Ji Online RegistrationKhatu Shyam SikarKhatu Shyam Distance from JaipurKhatu Shyam RajasthanKhatu Shyam DarshanKhatu Shyam Live DarshanKhatu Shyam Ji TempleKhatu Shyam Ki JaiKhatu Shyam Ji VideoKhatu Shyam Ji YatraKhatu Shyam Ji MelaKhatu Shyam Ji BookingKhatu Shyam Ji SongKhatu Shyam Ji WallpaperKhatu Shyam Ji ShayariKhatu Shyam BlessingsKhatu Shyam Ji PrayerKhatu Shyam Ji AartiKhatu Shyam Ji FestivalKhatu Shyam Ji DarbarKhatu Shyam Ji OnlineKhatu Shyam Ji RegistrationKhatu Shyam Ji MapKhatu Shyam Ji GuideKhatu Shyam Ji RouteKhatu Shyam Ji TrainKhatu Shyam Ji BhaktiKhatu Shyam Ji WikiKhatu Shyam Ji SewaKhatu Shyam Ji PrasadKhatu NareshShyam BabaShyam MandirShyam JayantiShyam PremShyam SevaShyam PrasadShyam StatusKhatu Shyam Baba MandirKhatu Shyam Baba JiKhatu Shyam Baba HistoryKhatu Shyam Baba BhajanKhatu Shyam Baba DarshanKhatu Shyam Baba SikarKhatu Shyam Baba YatraKhatu Shyam Baba RajasthanKhatu Shyam Baba BookingKhatu Shyam Baba SongKhatu Shyam Baba LiveKhatu Shyam Baba Ki JaiKhatu Shyam Baba WallpaperKhatu Shyam Baba PhotosKhatu Shyam Baba VideoKhatu Shyam Baba ShayariKhatu Shyam Baba FestivalKhatu Shyam Baba AartiKhatu Shyam Baba MelaKhatu Shyam Baba PrayerKhatu Shyam Baba DarbarKhatu Shyam Baba OnlineKhatu Shyam Baba RegistrationKhatu Shyam Baba MapKhatu Shyam Baba GuideKhatu Shyam Baba RouteKhatu Shyam Baba TrainKhatu Shyam Baba BhaktiKhatu Shyam Baba WikiKhatu Shyam Baba SewaKhatu Shyam Baba PrasadKhatu Shyam Baba EkadashiKhatu Shyam Baba EventsKhatu Shyam Baba ScheduleKhatu Shyam Baba Mandir PhotosKhatu Shyam Baba Mandir RajasthanKhatu Shyam Baba Mandir SikarKhatu Mandir RajasthanKhatu Mandir SikarKhatu Mandir PhotosKhatu Mandir MapKhatu Mandir GuideKhatu Mandir PrasadKhatu Mandir BookingKhatu Mandir HistoryKhatu Mandir AartiKhatu Mandir LiveKhatu Mandir VideoBarbarikBarbarik MandirBarbarik BhajanBarbarik StatusBarbarik HistoryBarbarik JiBarbarik PrasadBarbarik SevaBarbarik ShayariBarbarik StoryKhatu Shyam FestivalKhatu Shyam JayantiKhatu Shyam EkadashiKhatu Shyam PilgrimageKhatu Shyam JourneyKhatu Shyam PhotoKhatu Shyam MusicKhatu Shyam InstagramKhatu Shyam FacebookKhatu Shyam WhatsAppKhatu Shyam WebsiteKhatu Shyam BlogKhatu Shyam SatsangKhatu Shyam PoojaKhatu Shyam PujaKhatu Shyam Darshan LiveKhatu Shyam Ji LiveKhatu Shyam Baba BlessingsKhatu Shyam Baba SatsangKhatu Shyam Ji DevoteesKhatu Shyam Ji MiracleKhatu Shyam Ji ExperienceKhatu Shyam Ji Temple RajasthanKhatu Shyam Ji Temple SikarKhatu Shyam Ji Mandir RouteKhatu Shyam Ji Mandir BookingKhatu Shyam Ji Mandir AartiKhatu Shyam Ji Mandir PrasadKhatu Shyam Ji Mandir Live DarshanKhatu Shyam Ji Mandir EventsKhatu Shyam Ji Mandir FestivalKhatu Shyam Ji Mandir PhotosKhatu Shyam Ji Mandir HistoryKhatushyamjiKhatushyamKhatushyambabaKhatushyamjitempleKhatushyamstatusKhatushyamjistatusKhatushyambhajanKhatuwaleKhatudham
©️ श्याम मित्र द्वारा श्री श्याम के चरणों में समर्पित ©️